सहारा इंडिया परिवार

सहारा इंडिया परिवार की सफलता की कहानी 1978 में शुरू हुई। केवल 2000 की पूंजी के साथ मामूली पैमाने पर शुरुआत करने वाली कंपनी ने भारतीय उद्यमिता में अग्रणी बनने के लिए एक लंबा सफर तय किया है। आज, सहारा इंडिया परिवार पूरे भारत के साथ-साथ विभिन्न देशों में विविध व्यवसायों के साथ कॉर्पोरेट क्षितिज पर एक प्रमुख इकाई है।

सहारा इंडिया परिवार सिर्फ एक व्यापारिक संगठन नहीं है, बल्कि भावनात्मक रूप से एकीकृत परिवार है। इसके सभी सदस्य “भावना” नामक एक ही धागे से बंधे हैं और प्रत्येक सदस्य खुद को भारतीय राष्ट्रवाद, इसकी संस्कृति, परंपरा, विश्वास, नैतिकता, मूल्यों और नैतिकता की सच्ची भावना से पहचानता है। सदस्य पवित्र मातृभूमि की पूजा करते हैं; भारतीयता सर्वोच्च धर्म है और राष्ट्रीय त्योहार – गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस – को ‘भारत पर्व’ के रूप में अत्यंत उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जाता है। परिवार का मानना ​​है कि विभिन्न धर्म एक ईश्वर तक पहुंचने के रास्ते मात्र हैं।


सहारा इंडिया परिवार भारत का बहु-व्यापारिक कंपनी है। इसका कार्य वित्तीय सेवाओं, गृहनिर्माण वित्त (हाउसिंग फाइनेंस), म्युचुअल फंडों, जीवन बीमा, नगर-विकास, रीयल-इस्टेट, अखबार एवं टेलीविजन, फिल्म-निर्माण, खेल, सूचना प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, पर्यटन, उपभोक्ता सामग्री सहित अनेकों क्षेत्रों में फैला हुआ है।

सहारा समूह की सहकारी समितियों के जमाकर्ताओं की वैध जमा धनराशि के भुगतान संबंधी शिकायतों के समाधान के लिए सहकारिता मंत्रालय के आवेदन पर भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने 29 मार्च 2023 को एक आदेश दिया। इसके तहत माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने सहारा समूह की सहकारी समितियों के वास्तविक जमाकर्ताओं के वैध देयों के भुगतान के लिए सहारा-सेबी रिफंड खाते से 5000 करोड़ रुपये सहकारी समितियों के केंद्रीय रजिस्ट्रार (CRCS) को हस्तांतरित किए जाने का आदेश दिया। केंद्र सरकार ने, 18 जुलाई, 2023 को सहारा इंडिया रिफंड पोर्टल को लांच कर दिया है। आप इस पोर्टल पर जाकर रिफंड के लिए आवेदन कर सकते हैं।


सहारा इंडिया परिवार एक भारतीय बहुराष्ट्रीय समूह है जिसकी स्थापना 1978 में सुब्रत रॉय ने की थी। यह समूह वित्तीय सेवाओं, मीडिया, रियल एस्टेट, खेल और अन्य क्षेत्रों में काम करता है।

सहारा इंडिया परिवार के कुछ प्रमुख व्यवसायों में शामिल हैं:

  • सहारा समूह: यह समूह वित्तीय सेवाओं में काम करता है। इसमें सहारा इंडिया एएमसी, सहारा इंडिया इंश्योरेंस और सहारा इंडिया बैंक शामिल हैं।
  • सहारा टाइम्स: यह समूह मीडिया में काम करता है। इसमें सहारा टीवी, सहारा रेडियो और सहारा समाचार पत्र शामिल हैं।
  • सहारा रियल्टी: यह समूह रियल एस्टेट में काम करता है। इसमें सहारा स्काई सिटी और सहारा वर्ल्ड शामिल हैं।
  • सहारा स्पोर्ट्स: यह समूह खेल में काम करता है। इसमें सहारा इंडियन सुपर लीग और सहारा एफसी शामिल हैं।

सहारा इंडिया परिवार भारत में एक प्रमुख व्यवसायिक समूह है। यह समूह 100 से अधिक देशों में काम करता है और इसके 20 लाख से अधिक कर्मचारी हैं।

सहारा इंडिया परिवार के विवाद

सहारा इंडिया परिवार विवादों में घिरा रहा है। 2013 में, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने सहारा इंडिया को निवेशकों का पैसा वापस करने का आदेश दिया था। सहारा इंडिया ने इस आदेश का पालन करने से इनकार कर दिया और इसके खिलाफ कोर्ट में अपील की।

2022 में, सुप्रीम कोर्ट ने सहारा इंडिया को निवेशकों का पैसा वापस करने का आदेश दिया। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि सहारा इंडिया को अपने निवेशकों का पैसा वापस करने के लिए एक रिफंड पोर्टल बनाना होगा।

सहारा इंडिया रिफंड मामले में सुप्रीम कोर्ट का आदेश एक ऐतिहासिक आदेश था। इस आदेश से सहारा इंडिया के निवेशकों को एक लंबे इंतजार के बाद अपना पैसा वापस मिलने की उम्मीद है।

सहारा इंडिया परिवार के भविष्य

सहारा इंडिया परिवार के भविष्य के बारे में अनिश्चितता है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद, सहारा इंडिया अपने निवेशकों को अपना पैसा वापस करने के लिए कदम उठा रही है। यदि सहारा इंडिया अपने निवेशकों को अपना पैसा वापस करने में सफल हो जाती है, तो यह समूह अपने व्यवसाय को फिर से शुरू करने में सक्षम हो सकता है।

हालांकि, यदि सहारा इंडिया अपने निवेशकों को अपना पैसा वापस करने में विफल रहती है, तो यह समूह दिवालिया हो सकता है। इससे समूह के कई व्यवसायों को नुकसान हो सकता है और हजारों लोगों की नौकरी जा सकती है।

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